गुप्तोत्तर काल संबंधित जानकारी | Post Gupta Period Related Knowledge in Hindi
इस लेख में गुप्तोत्तर काल (Post Gupta Period) से संबंधित जानकारी दिया गया है। यह लेख एसएससी(SSC), यूपीएससी(UPSC), राज्य पीएससी(State PSC), रेलवे(Railway), पीएसयू(PSU) एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गुप्तोत्तर काल संबंधित जानकारी की pdf फ़ाइल लेख के अंत में दी गयी है, जिसे आप फ्री में डाउनलोड कर सकते है।गुप्तोत्तर काल संबंधित जानकारी | Post Gupta Period Related Knowledge in Hindi |
● भट्टी किसका दरबारी कवि था→ ध्रुवसेन चतुर्थ
● एक चालुक्य अभिलेख में देवगुप्त द्वितीय को क्या कहा गया है → सकलोत्तरपथनाथ
● हर्षकालीन प्रमुख अधिकारियों में युद्ध और शांति का मंत्री कौन होता था → महासन्धिविग्रहाधिकृत (अवन्ति)
● सर्वोच्च सेनापति क्या कहलाता था → महाबलाधिकृत (सिंहनाद)
● सेनापति क्या कहलाता था → बलाधिकृत
● अश्वारोही सेना का सेनापति क्या कहलाता था → बृहदाश्ववार (कुंतल)
● हस्ति सेना का सेनापति क्या कहलाता था→ कटुक (स्कंदगुप्त)
● सैनिकों के शिविरों का अध्यक्ष क्या कहलाता था → पथि
● रात को पहरा देने वाली स्त्रियाँ क्या कहलाती थीं → यम चेट्टी
● वायसराय को क्या कहते थे→ राजस्थानीय
● राजकुमार का परामर्शदाता या उच्च प्रशासकीय अधिकारी को क्या कहते थे → कुमारामात्य
● प्रांतीय गवर्नर क्या कहलाता था → उपरिक
● जिलाधिकारी क्या कहलाता था → विषयपति
● ग्रामाध्यक्ष को क्या कहते थे → दौस्साधनिक
● राजकीय कर एकत्र करने वाला कौन होता था → भौगिक या भोगपति
● न्याय व्यवस्था में कौन-सी प्रथा प्रचलित थी → ऑरडियल-प्रथा
● राज्यवर्द्धन की हत्या किसने की थी→ शशांक
● शशांक कहाँ का शासक था → गौड़
● हर्षवर्द्धन कितने वर्ष की आयु में थानेश्वर का शासक बना → 16 वर्ष
● हर्ष को अन्य किस नाम से जाना जाता है → शिलादित्य
● किस शासक ने परम भट्टारक मगध नरेश की उपाधि धारण की → हर्ष
● 643 ई. में हर्ष के दरबार में कौन चीनी राजदूत भेजा गया था → ल्यांग-होई-किंग
● हर्ष के समय प्रयाग में आयोजित मोक्ष परिषद में कितने व्यक्ति उपस्थित थे → 5 लाख
● यह मोक्ष परिषद कितने दिन तक चली→ 75
● इन 75 दिन में कितने वर्षों का संचित धन व्यय हो चुका था→ 5 वर्ष
● कौन चीनी यात्री अपने साथ 150 बुद्ध के अवशेष, मूर्तियाँ तथा 657 पुस्तकों की पांडुलिपियाँ ले गया → व्हेनसांग
● व्हेनसांग ने किस विद्यालय में डेढ़ वर्ष रहकर योगशास्त्र का अध्ययन किया → नालंदा
● हर्ष का सचिव कौन था → भाण्डि
● हर्षकालीन ताम्रपत्रों में किन तीन करों का उल्लेख मिलता है→ भाग, हिरण्य, बलि
● हर्ष के किस दरबारी विद्वान ने सूर्य भगवान की स्तुति में सूर्यशतक लिखा था → मयूर
● सूर्यशतक लिखने से मयूर का कौन-सा रोग ठीक हो गया → कुष्ठ रोग
● मध्य एशियाई प्रभाव वाला हूण का सिक्का क्या कहलाता है → हेफेथलाइट
● यशोवर्मन के काल में कौन चीनी यात्री कन्नौज आया था→ हुई चाओ
● वल्लभी के मैत्रक वंश का संस्थापक कौन था → भट्टार्क
● भट्टार्क का उत्तराधिकारी कौन था→ घरसेन प्रथम
● परम भट्टारक, महाराजाधिराज, परमेश्वर तथा चक्रवार्तिक की उपाधि किसने धारण की → ध्रुवसेन चतुर्थ
● शिक्षा के महान् केंद्र वल्लभी के विश्वविद्यालय में प्रसिद्ध आचार्य कौन थे → गणभूति तथा स्थिरमति
● मौखरी वंश का संस्थापक कौन था→ मुखर (गुप्तों का सामंत)
● अंतिम मौखरी शासक कौन था → ग्रहवर्मा
● ग्रहवर्मा का विवाह किसकी पुत्री के साथ हुआ था → प्रभाकरवर्द्धन
● प्रभाकरवर्द्धन का पुत्र कौन था → हर्षवर्धन
● मौखरी शासन का विलय किस शासन में हो गया था → वर्द्धन शासन
● उत्तर गुप्त वंश का संस्थापक कौन था→ कृष्ण गुप्त
● अपसढ़ अभिलेख में कृष्ण गुप्त को क्या कहा गया है → नृप
● गुप्त साम्राज्य के पतन के पश्चात् पुष्यभूति वंश की स्थापना कहाँ की गई → थानेश्वर (अम्बाला, हरियाणा)
● प्रभाकर वर्द्धन की पुत्री राज्यश्री का विवाह किसके साथ हुआ→ ग्रहवर्मन (कन्नौज का शासक)
● हेनसांग की यात्रा का वृत्तांत किस चीनी ग्रंथ से प्राप्त होता है→ सी-यू-की
● सम्राट हर्ष के साम्राज्य में प्रांतों को क्या कहा जाता था → भुक्ति
● हर्ष के साम्राज्य में चाट या भाट किसे कहा जाता था → पुलिस कर्मियों
● व्हेनसांग के अनुसार कपिशा क्यों प्रसिद्ध था → व्यापारिक सामग्री का केंद्र
● हर्ष का प्रशासन किस प्रकार का था→ सामंतवादी प्रथा का पूर्वगामी
● हर्ष के प्रशासनिक पदाधिकारियों को पारिश्रमिक किस रूप में दिया जाता था → भूमिखंड के रूप में
● हर्ष शासन में हिंदू धर्म कैसे बँट गया था → अनेक सम्प्रदायों में
● हर्ष के शासन में शैवों का कौन-सा संप्रदाय प्रसिद्ध था → कापालिक
● भागवत, पांचरात्रिक और स्मार्त संप्रदायों में कौन-सा धर्म विभक्त था → वैष्णव धर्म
● हर्ष के समय प्रयाग के संगम क्षेत्र पर प्रति पाँचवें वर्ष कौन समारोह होता था → महामोक्षपरिषद
● हर्ष काल में किस धर्म की अवनति हुई → बौद्ध धर्म
● नालंदा विश्वविद्यालय का खर्च चलाने हेतु हर्ष ने कैसे पूर्ति की → एक सौ ग्रामों की आय देकर
● बौद्ध धर्म का प्रमुख केंद्र था → कपिशा
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● हर्ष के समय कौन विलासिता और नैतिक पतन का केंद्र बन गए थे→ बौद्ध विहार● बंगाल, पंजाब और दक्षिण के कुछ प्रांतों में कौन-सा धर्म फैला था → जैन धर्म
● हर्ष के दरबारी कवियों के रचना संग्रह को क्या कहते थे → जातकमाला
● किस शासक के दरबार में बाण, मयूर, मातंग दिवाकर, धर्मकीर्ति और भर्तृहरि विद्वान थे → हर्ष
● स्वयं को महाभारतकालीन अश्वपति का वंशज किसने बताया → मौखरी
● हर्ष के समय नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति कौन थे → शीलभद्र
● मालती माधव, उत्तर रामचरित तथा महावीर चरित के रचयिता कौन थे → भवभूति
● भवभूति का निवास स्थान कहाँ था → यशोवर्मन का दरबार
● कश्मीर में मुस्लिम राज्य कब स्थापित हुआ→ चौदहवीं सदी
● अकबर ने कश्मीर को अपने साम्राज्य में कब मिलाया→ 1587 ई.
● राजपूत प्रशासन में कर्मचारी वर्ग को क्या कहते थे → कायस्थ
● गीत गोविन्द की रचना किसने की→ जयदेव
● राजपूतों के अधिकतर मंदिर किसके द्वारा नष्ट कर दिए गए → मुसलमानों
● अवन्ति वर्मा का लोक कल्याण मंत्री कौन था, जो एक प्रसिद्ध इंजीनियर था → सूय्य
● भूमि विक्रय संबंधी नियमों के प्रथम रचयिता कौन थे → बृहस्पति
● ऐसा प्रथम लेखक कौन है जिसने सामंतों के कर्तव्य निर्धारित किए→ बाणभट्ट
● प्राचीन भारत में प्रचलित भूमिदान ब्रह्मदेय किसे किया जाता था → केवल ब्राह्मण
● शैक्षणिक संस्थान को कौन-सा भूमिदान दिया जाता था → नीवि धर्म
● सेवानिवृत्त अधिकारी या सैनिक परिवार को मिलने वाला भूमिदान कौन-सा था → भूमि छिद्रन्याय, अप्रदक्षय नीवि धर्म
● राजपूतों की उत्पत्ति के विषय में प्राचीन क्षत्रियों से उत्पत्ति किस विद्वान ने बताई → गौरी शंकर ओझा
● राजपूतों की उत्पत्ति ब्राह्मणों से हुई, किसका मत है→ डॉ. दशरथ शर्मा
● स्त्रांग-त्सान गैम्पो कहाँ का शासक था → तिब्बत
● हर्ष के समकालीन कामरूप का शासक कौन था→ भास्करवर्मा
● कामरूप का शासन कितने वर्ष तक म्लेच्छों के अधीन रहा → 330
● नेपाल के ठाकुरी वंश के संस्थापक कौन थे → अंशुवर्मा
● नेपाल ने तिब्बत से कब स्वतंत्रता प्राप्त की → 703 ई.
● नया नेपाली संवत् कब प्रारंभ हुआ → 879 ई.
● किस हूण नेता ने कश्मीर पर अधिकार किया→ मिहिरकुल
● सातवीं शताब्दी में हिंदू वंश के संस्थापक कौन थे→ दुर्लभ वर्द्धन
● दुर्लभ वर्द्धन का पुत्र कौन था → प्रतापादित्य
● हिंदू वंश का सर्वाधिक प्रसिद्ध राजा कौन था → ललितादित्य मुक्तापीड (724 ई.)
● ललितादित्य मुक्तापीड ने सूर्यदेवता का कौन-सा मंदिर बनवाया → मार्तण्ड मंदिर
● ललितादित्य मुक्तापीड ने कितने वर्ष शासन किया→ 36 वर्ष
● ललितादित्य मुक्तापीड की मृत्यु कब हुई थी → 760 ई.
● अवन्ति वर्मा का शासनकाल कौन-सा था→ 883-885 ई.
● शंकर वर्मा का शासनकाल कौन-सा था → 885-902 ई.
● राजा जयसिंह को शासनकाल कौन-सा था → 1127-1155 ई.
● राजा जयसिंह ने कश्मीर के किस प्रसिद्ध कवि और इतिहासकार को संरक्षण दिया→ कल्हण
● कश्मीर राज्य को अकबर ने अपने साम्राज्य में कब मिला लिया → 1587 ई.
● राजपूत शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के किस शब्द से हुई → राजपुत्र
● 7वीं से 12वीं शताब्दी के उत्तर भारत के इतिहास को किस नाम जाना जाता → राजपूत काल
● किस विद्वान ने राजपूतों की उत्पत्ति प्राचीन क्षत्रियों से मानी है → गौरी शंकर ओझा
● इनकी उत्पत्ति अग्निकुंड से हुई, किस पुस्तक में लिखा है→ पृथ्वीराज रासो
● कल्हण की राजतरंगिणी में कितने राजपूत कुलों का वर्णन है → 36
● आयुर्वेद सर्वस्व, राजमृगांक, युक्तिकल्पतरु की रचना किसने की थी → राजा मुंज
● बुंदेलखंड में खजुराहो मंदिर समूह में कितने मंदिर हैं → 30
● भूमि विक्रय संबंधी नियमों के प्रथम रचयिता कौन थे→ बृहस्पति
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बहुत ही शानदार
ReplyDeleteधन्यवाद जी
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