रीजनिंग की तैयारी कैसे करें | How to Prepare Reasoning in Hindi
नमस्कार दोस्तों, Gyani Guru ब्लॉग में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए रीजनिंग की तैयारी कैसे करें, की जानकारी दी गयी है। रीजनिंग (Reasoning) का अर्थ होता है 'तर्क'। आपको रीजनिंग के प्रश्नों का तर्क निकालकर उत्तर देना होता है। अधिकांश प्रतियोगी परीक्षाओं में रीजनिंग के प्रश्न पूछें जाते है जैसे एसएससी, रेलवे, नौसेना, इत्यादि। इस आर्टिकल में प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाने वाले रीजनिंग का सिलेबस क्या है, रीजनिंग की तैयारी कैसे करें की जानकारी दी गयी है। दोस्तों रीजनिंग विषय गुड स्कोरिंग सब्जेक्ट होता है, आपकी थोड़ी सी मेहनत परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मददग़ार होगा। यह आर्टिकल विशेष रूप से उन स्टूडेंट्स के लिए पब्लिश किया गया है जो इंटरनेट पर सर्च करते है- Reasoning ki Taiyari Kaise Karen, Sarkari Naukri ke Liye Reasoning ki Taiyari Kaise Karen.
रीजनिंग की तैयारी कैसे करें | How to Prepare Reasoning in Hindi |
रीजनिंग का सिलेबस क्या है | Reasoning ka Syllabus Kya Hai
यहां पर हम किसी विशिष्ट परीक्षा का रीजनिंग का सिलेबस की बात नहीं करेंगे। इस आर्टिकल में प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछें जाने वाले सभी प्रकार के रीजनिंग के टॉपिक दिए गए है। प्रतियोगी परीक्षाओं में मौखिक तर्क, गैर-मौखिक तर्क, लॉजिकल रीजनिंग से प्रश्न पूछे जाते है। इन्हीं टॉपिक में से कुछ टॉपिक आपकी परीक्षा में आएंगे।
मौखिक तर्क (Verbal Reasoning)
कोडिंग-डिकोडिंग, वर्णमाला परीक्षण, संख्या श्रृंखला, दिशा बोध, परीक्षण, अभिकथन और कारण, डेटा पर्याप्तता, पात्रता परीक्षा, अल्फ़ान्यूमेरिक अनुक्रम, नंबर, रैंकिंग और समय अनुक्रम परीक्षण, रिश्तों पर आधारित प्रश्न, समानता, मशीन इनपुट, वर्गीकरण, निर्णय लेना, स्थिति प्रतिक्रिया परीक्षण, अंकगणितीय ऑपरेशन्स, असमानता ढूंढना, युक्तिवाक्य (Syllogism), लापता अक्षर डालना, वेन आरेख, Sitting Arrangement
गैर-मौखिक तर्क (Non-Verbal Reasoning)
घन और पासा, सादृश्य, वर्गीकरण, डॉट स्थिति, पेपर कटिंग और फोल्डिंग, आकृति आव्यूह, दर्पण छवि, नियम का पता लगाना, अनुक्रम बनाना, विश्लेषणात्मक तर्क, वॉटर इमेज, अधूरे का पूरा करना, श्रृंखला
लॉजिकल रीजनिंग (Logical Reasoning)
घड़ियों पर आधारित प्रश्न, पहेलि, कैलेंडर, कथन और निष्कर्ष, कथन और धारणा, विषय का पता लगाना, विषम आकृति, कथन और तर्क, अनुक्रम और श्रृंखला, बैठने की व्यवस्था, असंगत अलग करना, पैसेज से निष्कर्ष निकलना, कारण और प्रभाव
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1 पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़े
सबसे पहले आपको रीजनिंग के सभी टॉपिक को अपने नोटबुक में लिख लें, जो कि परीक्षा में आने वाला है जिसकी आप तैयारी कर रहे है। यह ज़रूरी नही है कि आपकी परीक्षा में मौखिक, गैर-मौखिक और लॉजिकल तीनों प्रकार के प्रश्न पूछें जाएं। यदि आपको पाठ्यक्रम नही पता है, तो आप आधिकारिक नोटिफिकेशन में उल्लेखित पाठ्यक्रम से जानकारी प्राप्त कर सकते है।
2 आसान टॉपिक से करें शुरुआत
यदि आप रीजनिंग विषय आपके लिए नया है, तो आपको आसान टॉपिक से शुरुआत करनी है। जब आपको पाठ्यक्रम का पता चल जाता है तो उसे आसान से कठिन के अनुक्रम में लिख लें। पहले टॉपिक से शुरुआत करें और उस टॉपिक सभी प्रकार के प्रश्नों को हल करें।
3 शॉर्टकट ट्रिक्स से भी करें सॉल्व
रीजनिंग में बहुत से प्रश्न ऐसे होते है जिन्हें ट्रिक्स से भी सॉल्व किया जाता सकता है। सबसे पहले तो आपको मूल तरीक़े से हल करना है। इसके बाद ट्रिक वाला तरीका लगाना है। ऐसा इसलिए करना है क्योंकि रीजनिंग में बहुत से प्रश्न ऐसे होते है जिन्हें अलग-अलग ट्रिक्स की जरूरत पड़ती है। इतने सारे ट्रिक्स याद करना मुश्किल होता है। इसलिए रीजनिंग को हल करने के लिए बेसिक तरीका जानें इसके बाद ट्रिक्स को सीखें। ट्रिक्स से रीजनिंग के प्रश्नों को सॉल्व करने से समय की भी बचत होती है। जिससे परीक्षा में अन्य प्रश्नों के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। अतः बेसिक तरीकों के साथ-साथ ट्रिकी तरीकों से भी हल करें।
4 ऑनलाइन टेस्ट दें
जब भी आप किसी एक टॉपिक की पढ़ाई पूरी करते है, उस टॉपिक का टेस्ट लिजिए। ऐसा करने से आपके उस टॉपिक में कितनी पकड़ है, का पता चलता है। रीजनिंग विषय का टेस्ट देते रहना चाहिए। आप तो जानते ही है कि रीजनिंग विषय को किसी कक्षा में नहीं पढ़ाया जाता है। आपको इसकी तैयारी ख़ुद से ही करना है या फिर आपको कोचिंग क्लास लेना पड़ेगा। मेरा मानना यह है कि रीजनिंग विषय की तैयारी के लिए कोचिंग क्लास जॉइन करने की जरूरत नहीं है, यह सिर्फ दिमाग़ का खेल है और थोड़ी से मेहनत का।
5 पिछले वर्षों के पेपर सॉल्व करें
कोई भी परीक्षा देने से पहले हमारे दिमाग़ में बार-बार प्रश्न आता है कि प्रश्न पत्र में रीजनिंग के प्रश्न किस प्रकार के आते है, कठिन आते है या आसान आते है, क्या मैं अच्छा कर पाऊंगा या नहीं इत्यादि। इन सब प्रश्नों का एक सॉल्यूशन है- पिछले वर्षों के पेपर सॉल्व करना। बुकस्टोर या इंटरनेट पर आपको पिछले वर्षों का प्रश्न पत्र आपको आसानी से मिल जाएगा। इसे सॉल्व करने से परीक्षा में रीजनिंग भाग में लगने वाला समय का भी पता चलता है।
6 दोस्तों से डिसकस करें
रीजनिंग के कुछ ऐसे प्रश्न जो आपसे सॉल्व नही हो पा रहा है, इसके लिए आपको अपने दोस्तों के साथ विचार-विमर्श करना चाहिए। मिलकर पढ़ाई करने का मज़ा ही कुछ और होता है वो भी रीजनिंग जैसे विषय के लिए।
7 रीजनिंग को बनाएं Interesting
रीजनिंग विषय बहुत ही आसान विषय है। आपने कभी भी रीजनिंग के प्रश्नों को हल नही किया है तो आपको शुरुआत में थोड़ा बोरिंग लगेगा। रीजनिंग को आपको इंटरेस्टिंग विषय बनाना है। इस विषय को लेकर आपको तनाव में नहीं रहना है।
8 दिशा संबंधित प्रश्नों के लिए ग्राफ़ यूज़ करें
दोस्तों मौखिक तर्क में एक टॉपिक होता है-दिशा बोध। दिशा बोध टॉपिक से जो प्रश्न आते है उनके लिए आप ग्राफ़ का उपयोग करें। ग्राफ़ पर पहले चारों दिशाओं को अंकित करें और प्रश्न के अनुसार ग्राफ़ के केंद्र से शुरू करें।
9 परीक्षा समय अवधि का भी रखें ध्यान
यहां पर हमनें परीक्षा समय अवधि का ध्यान रखने के लिए इसलिए कहा है कि परीक्षा में अगर कोई प्रश्न अटक जाए तो उसे छोड़ दे। ऑनलाइन मॉक टेस्ट देने से आपको रीजनिंग भाग सॉल्व करने लगने वाला समय का पता चलता है। सप्ताह में 1 दिन ऑनलाइन मॉक टेस्ट जरूर देना चाहिए।
दोस्तों "रीजनिंग की तैयारी कैसे करें?" आर्टिकल आपको कैसा लगा, नीचे👇कमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं। उम्मीद है आपको इस आर्टिकल से रीजनिंग की तैयारी करने में मदद मिलेगी। आपके पास किसी प्रकार का प्रश्न है तो वो भी कमेंट2करके पूछ सकते है। धन्यवाद!
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ACCHA
ReplyDeleteOther method bat a do
DeleteVeri nice
ReplyDeleteNitin Tihal
ReplyDeleteHi
ReplyDeleteHello sir
ReplyDeleteNitin Tihal
ReplyDeleteHillo bola
ReplyDeleteSp Majra
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