पनडुब्बी क्या होती है? और पनडुब्बियां कैसें काम करती है?
नमस्कार दोस्तों, Gyani Guru ब्लॉग में आपका स्वागत है। इस आर्टिकल में पनडुब्बियों के बारे में जानकारी (Information about Submarines) दी गयी है। बहुत से मेरे दोस्त ऐसे भी होंगे जिन्होंने 'पनडुब्बी' शब्द पहली बार सुना होगा। इस आर्टिकल को लिखते समय मुझे बहुत खुशी हो रही है, क्योंकि आजकल कल के दौर में हर विषय का ज्ञान होना बहुत जरूरी है चाहें वो स्टूडेंट्स हो या फ़िर जॉब करने वाले लोग। यदि आप डिफेंस में जॉब पाना चाहते है या फिर SSB इंटरव्यू की तैयारी कर रहे है, तो यह आर्टिकल आपके लिए और भी ज्यादा महत्वपूर्ण है। जैसा कि आप जानते है, हर किसी देश के पास उनका मिलिट्री पावर होता है। मिलिट्री पावर के अंतर्गत आर्मी, नेवी और एयरफोर्स आता है। लेकिन सभी देशों के पास नेवी (यानी कि नौसेना) नहीं होती है, क्योंकि सभी देशों के पास समुंद्री तट (Sea Shore) नही है। ऐसे देश को स्थल-रुद्ध देश(Land Locked Country) कहते है जैसे कि अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, जिम्बाब्वे, स्विटरजरलैंड इत्यादि। यदि हम भारत की बात करें तो, भारत के पास 7516.6 किलोमीटर की कोस्टल लाइन है। भारत की नौसेना के पास मुम्बई और विशाखापत्तनम में पनडुब्बियों का स्क्वार्डन है। अभी तक आपको यह पता चल गया होगा कि पनडुब्बियां नौसेना के द्वारा इस्तेमाल की जाती है। यदि आप भारतीय है तो नीचे कमेंट बॉक्स में 'जय हिंद' जरूर लिखें। तो आइए जानते है पनडुब्बी के बारे में जानकारी-
पनडुब्बी क्या होता है? और पनडुब्बियां कैसें काम करती है? |
पनडुब्बी क्या होती है? (What is Submarine?)
पनडुब्बी एक बेलनाकार धातु की बनी हुई, पानी की सतह के नीचे से ऑपरेट होने वाला जलयान है। हर एक पनडुब्बी की पानी की सतह से नीचे जाने की एक निश्चित गहराई होती है। चूँकि यह पानी के नीचे चलती है, इसलिए इस प्रकार के जलयान को पनडुब्बी कहा जाता है। पनडुब्बी को गति देने के लिए इसमें इंजन लगे होते है।
पनडुब्बी कैसे काम करती है?(How Submarine Works)
पनडुब्बियों को गति देने के लिए टरबाइन, मोटर इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता है। साधारणतया पनडुब्बियां दो प्रकार की होती है डीजल-इलेक्ट्रिक और न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन।
डीजल-इलेक्ट्रिक सबमरीन में डीजल इंजन लगे होते है, जिसे चलाकर बैटरी चार्ज किया जाता है। डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों में बहुत ज्यादा मात्रा में बैटरी लगी होती है। यह बैटरियाँ एक बड़ी सी मोटर को गति देती है, जिससे पनडुब्बी आगे बढ़ती है।
न्यूक्लियर पावर्ड पनडुब्बियों में न्यूक्लियर रिएक्टर लगा रहता है। इस रिएक्टर से उत्पन्न ऊष्मा से भाप बनाई जाती है। इस भाप से टरबाइन को गति प्रदान होती है, जिससे सबमरीन को मूवमेंट मिलता है।
पनडुब्बी का क्या काम होता है? (What is the Job of Submarine)
पनडुब्बियों का मुख्य काम शत्रु देश की ख़ुफ़िया जानकारी प्राप्त करना, अपने महासागर में गश्त लगाना, बैलिस्टिक मिसाइल/टारपीडो/पानी की सतह से हवा में मारने वाली मिसाइल्स को लॉन्च करना इत्यादि है। आज कल की न्यूक्लियर पनडुब्बियां 6 महीनों तक मिशन पर पानी के नीचे रह सकती है।
आज कल पनडुब्बियों का उपयोग पर्यटन के लिए भी किया जाता है। बहुत से ऐसे देश है जो, समुद्री जीव को देखने के लिए पनडुब्बियों का इस्तेमाल करते हैं।
पनडुब्बी में कैसे रहते है?
पनडुब्बी की ज़िंदगीसबसे ज्यादा जोख़िम भरा होता है। पनडुब्बियों के अंदर की हवा को शुद्ध करने के लिए अलग अलग सिस्टम लगे होते है जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड अवशोषण यूनिट, ऑक्सीजन उत्पादन यूनिट, गैस मॉनिटरिंग सिस्टम इत्यादि। पनडुब्बी के अंदर जितने भी क्रू (Crew) होते है उनकी बहुत ही ज़्यादा जिम्मेदारी होती है, क्योंकि किसी एक कि छोटी सी गलती से सभी की ज़िंदगी खतरे में पड़ सकती है। न्यूक्लियर सबमरीन में मनोरंजन कक्ष, जिम्नेजियम कक्ष इत्यादि भी होते है। पनडुब्बियों में पेयजल के लिए RO प्लांट लगे होते है, लेकिन सबमरीन क्रू को रोजाना नहाने को नहीं मिलता। सबमरीनर (पनडुब्बी क्रू) को डिस्पोजेबल पोशाक पहनना पड़ता है, जिसे 3-4 दिन में फेंक दिया जाता है। सोने के लिए पनडुब्बियों में बिस्तर लगे होते है जिसकी चौड़ाई सिर्फ एक आदमी के लिए होती है।
भारत के पास कितनी पनडुब्बियां है?
भारत के पास परमाणु और डीजल-इलेक्ट्रिक दोनों प्रकार की पनडुब्बियां है। डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों में तीन क्लास है- Kilo क्लास, SSK और Scorpene class Nuclear Powered सबमरीन भारत के पास अरिहंत क्लास और अकुला क्लास है। अकुला क्लास सबमरीन भारत ने रूस से 10 वर्ष के लिए लीज पर ली हुई है।
Kilo Class Submarines
- आईएनएस सिंधुघोष
- आईएनएस सिंधुध्वज
- आईएनएस सिंधुराज
- आईएनएस सिंधुरत्न
- आईएनएस सिन्धुकेसरी
- आईएनएस सिंधुकीर्ति
- आईएनएस सिन्धुविजय
- आईएनएस सिंधुशस्त्र
- आईएनएस शिशुमार
- आईएनएस शंकुश
- आईएनएस शल्की
- आईएनएस शंकुल
- आईएनएस कलवरी
- आईएनएस खंडेरी
- आईएनएस करंज
- आईएनएस वेला
- आईएनएस वघिर
- आईएनएस वघशीर (निर्माणाधीन)
Arihant Class Submarines(SSBN)
- आईएनएस अरिहंत
Akula Class Submarines (SSN)
- आईएनएस चक्र (2012 से 10 वर्ष के लिए)
Pudubbi Pani ke niche chalti hai ya upar aur kitani lambi hoti hai
ReplyDeleteUnderwear..and length depend on class of submarine varied from 50 meters to 200 meters
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