जूनियर इंजीनियर क्या है | What is Junior Engineer in Hindi

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जूनियर इंजीनियर क्या है | What is Junior Engineer in Hindi

जूनियर इंजीनियर (Junior Engineer) का हिंदी में अर्थ होता है- कनिष्ठ अभियंता। जूनियर इंजीनियर यानी कनिष्ठ अभियंता एक तकनीकी पद (Technical Post) है, जो विभिन्न विभागों में होता है। शॉर्टकट्स में जूनियर इंजीनियर को जेई (JE) भी कहा जाता है। जूनियर इंजीनियर पद उन विभागों में ज़रूर होता है जिनमें तकनीकी कार्य होता है। ऐसे विभागों के मुख्य उदाहरण इस प्रकार है- रेल विभाग, विद्युत विभाग, सड़क विभाग, SAIL, NTPC, BHEL, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, विमानन और अन्य निजी कंपनी इत्यादि। दोस्तों उदाहरण से आपको पता चल गया होगा कि सरकारी विभाग हो या निजी कंपनी, लगभग सभी विभागों में जूनियर इंजीनियर पद होता है।

तो आइए जानते है जूनियर इंजीनियर कैसे बनें?-

जूनियर इंजीनियर क्या है | What is Junior Engineer
जूनियर इंजीनियर क्या है | What is Junior Engineer in Hindi

जूनियर इंजीनियर कैसे बनें | How to Become Junior Engineer in Hindi

दोस्तों जूनियर इंजीनियर एक बहुत ही सम्मानजनक पोस्ट होती है। लाखों नौजवानों का सपना होता है कि वह जूनियर इंजीनियर के पद पर भर्ती हो। जूनियर इंजीनियर बनने के लिए आपको 10वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त पॉलीटेक्निक कॉलेज या डिप्लोमा कॉलेज से 2 वर्ष या 3 वर्ष का डिप्लोमा कोर्स करना होता है। हम 10वीं कक्षा के बाद इसलिए बतां रहे है क्योंकि पॉलीटेक्निक/डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आपकी न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता 10वीं पास होनी चाहिए। यदि अपने ITI किया है तो आपके लिए 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स 2 वर्ष में पूरा हो जाएगा।

पॉलीटेक्निक/डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आपको राज्य स्तरीय पॉलीटेक्निक/डिप्लोमा प्रवेश परीक्षा पास करना होगा। यदि आप उत्तर प्रदेश से डिप्लोमा करना चाहते है तो आपको उ० प्र० संयुक्त प्रवेश परीक्षा(पॉलीटेक्निक) (UPJEEC) पास करना होगा। यदि आप बिहार से डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है तो आपको बिहार कंबाइंड एंट्रेंस कंपीटिटिव एग्जामिनेशन बोर्ड(BCECEB) द्वारा आयोजित परीक्षा पास करना होगा।

आप जिस ट्रेड में डिप्लोमा कोर्स करना चाहते है, ऑनलाइन आवेदन करते समय चयन करना होता है। आपको मनचाहा ट्रेड पाने के लिए इस प्रवेश परीक्षा को अच्छे अंको से पास करना होता है, जिससे कि आपको अच्छी रैंक मिले। सभी जूनियर इंजीनियरों का कार्य एक समान नहीं होता है। जूनियर इंजीनियर की मुख्य भूमिका उनके डिप्लोमा कोर्स के ट्रेड पर निर्भर करती है। पॉलीटेक्निक संस्था या डिप्लोमा कॉलेज अलग-अलग ट्रेड से डिप्लोमा कोर्स कराती है। जो नौजवान जिस ट्रेड से डिप्लोमा करता है, उसका कार्य उसी से संबंधित होता है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी नौजवान ने डिप्लोमा एविएशन ट्रेड से किया है तो उसका कार्य विमान से संबंधित होगा।

महत्वपूर्ण पॉलीटेक्निक/डिप्लोमा कोर्स ट्रेड

मैकेनिकल इंजीनियरिंग
मैकेनिकल इंजीनियरिंग(प्रोडक्शन)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग(ऑटोमोबाइल)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग(कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग(मेंटेनेंस)
मैकेनिकल इंजीनियरिंग(रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग)
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग(इंडस्ट्रियल कंट्रोल)
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग(एडवांस माइक्रोप्रोसेसर एंड इंटरफेस)
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग(माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स)
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी
कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग
टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी
सिविल इंजीनियरिंग
केमिकल इंजीनियरिंग
इंस्ट्रूमेंटेशन एंड कंट्रोल
टेक्सटाइल इंजीनियरिंग
टेक्सटाइल टेक्नोलॉजी
टेक्सटाइल केमिस्ट्री
पेंट टेक्नोलॉजी
फ़ूड टेक्नोलॉजी
ग्लॉस एंड सिरेमिक इंजीनियरिंग
लेदर टेक्नोलॉजी(टैनिंग)
लेदर टेक्नोलॉजी फुटवियर
माइनिंग इंजीनियरिंग

यह थी मुख्य डिप्लोमा कोर्स ट्रेड्स जिसे आप 10वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के बाद कर सकते है। ज़्यादातर नौजवान मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग,सिविल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग ट्रेड में डिप्लोमा करना पसंद करते है। इसका कारण यह है कि विभिन्न विभागों में इस ट्रेड के लिए जूनियर इंजीनियर की वेकैंसी ज्यादा निकलती है।

जूनियर इंजीनियर के लिए योग्यता


जूनियर इंजीनियर बनने के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10वीं कक्षा उत्तीर्ण तथा 2 या 3 वर्षीय डिप्लोमा कोर्स होना चाहिए। जूनियर इंजीनियर की भर्ती के लिए 10वीं कक्षा और डिप्लोमा के अंको का प्रतिशत सभी विभागों का एकसमान नहीं होता है।

जूनियर इंजीनियर का वेतन

यदि आपका सपना रेलवे में जूनियर इंजीनियर बनने का है, तो आप की सैलरी इस प्रकार होगी। दोस्तों रेलवे में जूनियर इंजीनियर की शुरुआती सैलरी 7वें वेतन आयोग के अनुसार पे-लेवल 6 होती है। मतलब यह कि जूनियर इंजीनियर की शुरुआत में मूल वेतन रु 35400/- होगा। मूल वेतन के अलावा जूनियर इंजीनियर को महंगाई भत्ता(DA), गृह किराया भत्ता(HRA), ट्रांसपोर्ट भत्ता(TA) इत्यादि भी मिलता है।

उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। यदि आपके पास कोई प्रश्न है तो नीचे 👇 कमेंट में पूछ सकते है। धन्यवाद

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